नई दिल्ली: इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च ने अपनी ताजा सलाह में कहा है कि कई पेन किलर्स जैसे इबुप्रोफेन कोरोना की गंभीरता को बढ़ाते हैं।
दिल के मरीजों के लिए नुकसानदायक मानी जानी वाली इन दवाओं से किडनी के लिए भी जोखिम बढ़ता है।
लोग नॉन स्टेरोडिकल एंटी-इन्फेलेमेटरी ड्रग्स से परहेज करें और सिर्फ डॉक्टरों की सलाह पर इन दवाओं को लें।
बहुत जरूरी होने पर पेरासिटामोल लें। यह सबसे सुरक्षित दर्द निवारक दवाओं में से एक है।
लोग अक्सर बुखार आने या शरीर में कहीं दर्द होने पर एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-पाइरेटिक दवाएं लेते हैं।
इनमें सबसे आम पेरासिटामोल के साथ इबुप्रोफेन को मिलाकर तैयार दवाएं हैं।
डायबिटीज रोगी शुगर जांचते रहें, दवा खाते रहें
डायबिटीज के मरीजों को सही खाना और डॉक्टर की सलाह पर सही एक्सरसाइज जरूरी है। इन मरीजों को बार-बार अपना शुगर लेवल जांचते रहना चाहिए और नियमित रूप से दवाई लेनी चाहिए।
इसी तरह दिल के मरीजों को भी समय पर दवा लेना बहुत जरूरी है। डॉक्टर की सलाह के बिना दवा बंद न करें।
अगर डॉक्टर से मिल नहीं पा रहे हैं तो भी दवाएं लेते रहें। खासतौर पर कोलेस्ट्रॉल (स्टेटिन) को कंट्रोल करने वाली और डायबिटीज की दवा खाते रहना चाहिए।